Mirzapur Train Accident 2025: उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले से कार्तिक पूर्णिमा के दिन एक हृदयविदारक खबर सामने आई है।
रविवार सुबह लगभग 9:30 बजे चुनार रेलवे स्टेशन पर चार श्रद्धालुओं की कालका मेल ट्रेन से टक्कर लगने से मौके पर ही मौत हो गई। बताया जा रहा है कि ये सभी श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए जा रहे थे।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, श्रद्धालु चोपन-प्रयागराज पैसेंजर ट्रेन से उतरकर जल्दबाजी में रेलवे ट्रैक पार करने लगे, तभी विपरीत दिशा से तेज रफ्तार कालका मेल आ गई और उन्हें अपनी चपेट में ले लिया।
टक्कर इतनी भयानक थी कि शवों के चीथड़े उड़ गए और स्टेशन परिसर में अफरा-तफरी मच गई।
मिर्जापुर : चुनार रेलवे स्टेशन पर बड़ा हादसा
⏩ ट्रेन से कटकर आधा दर्जन लोगों की मौत
⏩ कालका हावड़ा ट्रेन की चपेट में आए लोग#trainaccident #Mirzapur pic.twitter.com/T3XQzdWzKT— MP Breaking News (@mpbreakingnews) November 5, 2025
फुट ओवरब्रिज की अनदेखी बनी हादसे की वजह
हादसे की प्राथमिक जांच में यह बात सामने आई है कि श्रद्धालुओं ने प्लेटफॉर्म बदलने के लिए फुट ओवरब्रिज का इस्तेमाल नहीं किया। उन्होंने ट्रेन से उतरकर सीधे रेलवे ट्रैक पार करने की कोशिश की, जिससे यह भीषण हादसा हुआ।
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि चोपन-प्रयागराज पैसेंजर ट्रेन के प्लेटफॉर्म नंबर 4 पर रुकने के बावजूद कुछ यात्री विपरीत दिशा से उतर गए। उसी दौरान कालका मेल ट्रेन आ गई और वे उसकी चपेट में आ गए।

रेल प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे अपनी सुरक्षा के लिए हमेशा प्लेटफॉर्म और ओवरब्रिज का ही उपयोग करें। छोटी सी लापरवाही एक बड़ी दुर्घटना में बदल सकती है।
राहत और बचाव कार्य में जुटा प्रशासन
घटना के तुरंत बाद जीआरपी (Government Railway Police) और आरपीएफ (Railway Protection Force) की टीमें मौके पर पहुंचीं। उन्होंने ट्रैक को खाली कराया और घायलों को नजदीकी अस्पताल भेजा।
सीनियर रेलवे अधिकारी और स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और राहत कार्य की निगरानी की। मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
रेलवे प्रशासन ने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा कदम उठाए जाएंगे।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जताया शोक, जांच के आदेश
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मिर्जापुर हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और अधिकारियों को निर्देश दिया कि घायलों को हरसंभव मदद और तत्काल उपचार दिया जाए।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि हादसे के कारणों की जांच कराई जाए और दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। उन्होंने जिला प्रशासन को पीड़ित परिवारों को हरसंभव सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
रेल सुरक्षा पर सवाल, यात्रियों में जागरूकता की कमी
मिर्जापुर का यह हादसा एक बार फिर भारतीय रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है। हर साल सैकड़ों लोग रेलवे ट्रैक पार करते समय हादसों का शिकार बनते हैं।
रेलवे के अनुसार, देश में हर साल लगभग 25,000 लोग ट्रैक पार करते समय अपनी जान गंवाते हैं। बावजूद इसके, यात्रियों की लापरवाही कम नहीं हो रही। विशेषज्ञों का मानना है
कि रेलवे को सुरक्षा अवसंरचना को और मजबूत करने के साथ-साथ यात्रियों में जागरूकता अभियान चलाना चाहिए। नियमों का पालन और सावधानी ही इस तरह की दुर्घटनाओं से बचने का एकमात्र उपाय है।
Mirzapur Train Accident 2025
मिर्जापुर का यह हादसा इस बात की याद दिलाता है कि जल्दबाजी जीवन से महंगी पड़ सकती है। ट्रैक पार करना किसी भी स्थिति में सुरक्षित नहीं है
यात्रियों को चाहिए कि वे हमेशा नियमों का पालन करें और सुरक्षा को प्राथमिकता दें। रेलवे और प्रशासन अपनी ओर से कदम उठा रहे हैं,
लेकिन यात्रियों की जिम्मेदारी भी उतनी ही जरूरी है। छोटी सी सावधानी एक बड़ी त्रासदी से बचा सकती है।
Disclaimer: यह लेख केवल जनहित और सूचना के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई जानकारी विश्वसनीय समाचार स्रोतों और प्रशासनिक रिपोर्टों पर आधारित है। किसी भी प्रकार के बदलाव या नई आधिकारिक घोषणा की स्थिति में सरकारी अपडेट को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।





